Paramparagat Krishi Vikas Yojana Apply Online: परंपरागत कृषि विकास योजना को सॉइल हेल्थ योजना के अंतर्गत आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है। इसके लिए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के माध्यम से जैविक खेती के स्थाई मॉडल का विकसित किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
इस लेख को पढ़कर आपको इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त होगी। इसके अलावा आपको इस योजना का उद्देश्य, विशेषताएं, लाभ, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज आदि से संबंधित जानकारी भी प्राप्त होगी। देश के जो किसान इस योजना के लिए पात्र हैं और आवेदन करना चाहते हैं तो उन्हें PKVY official website आवेदन करने के लिए कुछ दस्तावेजों की भी आवश्यकता पड़ेगी। सभी दस्तावेजों की सूची नीचे दी गई है – तो यदि आप जैविक खेती करना के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इस लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक जैविक कृषि योजना है। कृषि और सहकारिता विभाग ने परंपरागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) का रोडमैप तैयार किया है। दिशा-निर्देशों के तहत, किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक क्लस्टर में संगठित किया जाएगा। 50 एकड़ में एक क्लस्टर बनाया जाएगा और जैविक खेती के रूपांतरण और अपनाने में लगे रहेंगे।
प्रमाणन की भागीदारी गारंटी योजना (पीजीएस) समूहों में किसानों को उत्पादन की प्रक्रिया को प्रमाणित करने और जैविक बाजार तक पहुंच बनाने का अधिकार देती है। पीजीएस प्रमाणन के उद्देश्य से एक अलग वेब पोर्टल भी विकसित किया गया है। प्रारंभ में यह योजना जिले के 10 जिलों में लागू की गई है। चयनित जिलों में कुल 220 क्लस्टर बनाए गए हैं। किसानों की कुल संख्या 6913 है जिसमें कुल क्षेत्रफल 10935 एकड़ (4428.675 हेक्टेयर) है।
यह योजना भारत के लिए भागीदारी गारंटी प्रणाली (पीजीएस) भारत (पीजीएस-इंडिया) को जैविक प्रमाणन के रूप में बढ़ावा देती है जो पारस्परिक ट्रस्ट पर बनाई गई है, स्थानीय रूप से प्रासंगिक है और प्रमाणन की प्रक्रिया में उत्पादकों और उपभोक्ताओं की भागीदारी को अनिवार्य है। पीजीएस – भारत “थर्ड पार्टी सर्टिफिकेशन” के ढांचे के बाहर काम करता है। इस योजना के तहत क्रमशः केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा 60:40 के अनुपात में फंडिंग पैटर्न है। उत्तर पूर्वी और हिमालयी राज्यों के मामले में, केंद्रीय सहायता 90:10 (केंद्र: राज्य) और केंद्र शासित प्रदेशों के अनुपात में प्रदान की जाती है, सहायता 100% प्रदान की जाती है।
(PKVY) Paramparagat Krishi Vikas Scheme of Details
योजना का नाम | परम्परागत कृषि विकास योजना |
साल | 2024 |
किसने आरंभ की | Central Government |
उद्देश्य | जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना। |
लाभार्थी | किसान |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
परम्परागत कृषि विकास योजना का उद्देश्य
परम्परागत कृषि विकास योजना का उद्देश्य जैविक खेती को समर्थन और बढ़ावा देना है, जिसके परिणामस्वरूप मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। Paramparagat Krishi Vikas Scheme 2024 का मुख्य उद्देश्य मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाना है। इस योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना का उद्देश्य 20 हेक्टेयर के 10,000 क्लस्टर बनाने और 2017-18 तक कार्बनिक खेती के तहत लगभग दो लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र लाने का लक्ष्य है।
परम्परागत कृषि विकास योजना कार्यक्रम कार्यान्वयन
परंपरागत कृषि विकास योजना प्रमुख परियोजना राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (एनएमएसए) के मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (एसएचएम) का एक विस्तृत घटक है। पीकेवीवाई के अंतर्गत क्लस्टर दृष्टिकोण और पीजीएस प्रमाणन द्वारा जैविक ग्राम को अपनाकर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाता है।
- परंपरागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के तहत किसानों के समूहों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- पचास या अधिक किसान इस योजना के तहत जैविक खेती करने के लिए 50 एकड़ भूमि वाले एक क्लस्टर का गठन करेंगे। इस तरह तीन वर्षों के दौरान
- जैविक खेती के तहत 5.0 लाख एकड़ क्षेत्र को कवर करते हुए 10,000 क्लस्टर बनाए जाएंगे।
- प्रमाणीकरण पर होने वाले खर्च के लिए किसानों पर कोई देयता नहीं होगी।
- प्रत्येक किसान को बीज से लेकर फसल कटाई और उपज को बाजार तक पहुंचाने के लिए तीन साल में 20,000 रुपये प्रति एकड़ प्रदान किए जाएंगे।
- पारंपरिक संसाधनों का उपयोग कर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा और जैविक उत्पादों को बाजार से जोड़ा जाएगा।
- यह किसानों को शामिल करके जैविक उपज के घरेलू उत्पादन और प्रमाणन को बढ़ाएगा
परम्परागत कृषि विकास योजना स्टेटिस्टिक्स
Active Regional Council | 334 |
Total Group | 26007 |
Approved Group | 26007 |
Total Farmer | 924450 |
Approved Farmer | 910476 |
Not Approved Farmer | 13974 |
Total Certificate | 2141473 |
Approved Certificate | 939466 |
Not Approve Certificate | 1202007 |
Area Offered For Organic Farming | 551112.279075419 Hectare |
(PKVY) मुख्य विशेषताएं
- जैविक खेती के लिए चुना गया क्लस्टर 20 हेक्टेयर या 50 एकड़ की सीमा में और जितना संभव हो उतना सन्निहित रूप में होना चाहिए।
- 20 हेक्टेयर या 50 एकड़ क्लस्टर के लिए उपलब्ध कुल वित्तीय सहायता अधिकतम 10 लाख रुपए होगी।
- एक क्लस्टर में किसानों की कुल संख्या में कम से कम 65% किसानों को लघु और सीमांत श्रेणी के लिए आवंटित किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत बजट आवंटन का कम से कम 30% महिला लाभार्थी/किसानों के लिए निर्धारित करना आवश्यक है।
(PKVY) की पात्रता
- आवेदक भारत का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
- आवेदन करने के लिए आवेदक किसान होना चाहिए।
- आयु 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए।
(PKVY) महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
Paramparagat Krishi Vikas Yojana Apply Online 2024 कैसे करें
- सर्वप्रथम आपको परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
- होम पेज पर आपको अप्लाई नाउ के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आपके सामने आवेदन पत्र खुलकर आएगा।
- आप को आवेदन पत्र में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करना होगा।
- इसके पश्चात आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- अब आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप परम्परागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत आवेदन कर पाएंगे।
Paramparagat Krishi Vikas Potal पर Login कैसे करें
- सबसे पहले आपको परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
- इसके पश्चात आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने डायलॉग बॉक्स फुल कर आएगा।
- आपको इस डायलॉग बॉक्स में अपना यूजरनेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप पोर्टल पर लॉगिन कर पाएंगे।
Contact Details:
- परंपरागत कृषि विकास योजना हेतु कांटेक्ट डिटेल्स प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको योजना के अधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- अब आपको वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर आपको Contact Us के लिंक पर क्लिक करना है।
- कांटेक्ट इस पर क्लिक करने के बाद आपके स्क्रीन पर स्टेट कांटेक्ट डिटेल्स की लिस्ट खुलकर आ जाएगी।
- आप इस लिस्ट में अपने राज्य के अनुसार कांटेक्ट नंबर और ईमेल आईडी प्राप्त कर सकते हैं।